सुरक्षा संवाद – भाग ३
एक अनोखी शिक्षा
फेरारी की सवारी फिल्म का एक द्रश्य है । हीरो अपने बेटे को लेने के लिए क्रिकेट के मैदान में जाता है । उससे पहले उसका बेटा बाउन्ड्री पर ड्राइव लगाकर केच पकड़ता है । चारों ओर से तालियों की गडगडाहट होने लगती है । टीम का सभी खिलाड़ी उसे कंधे पर उठाकर अच्छा केच पकडने के लिए अभिनंदन देते हैं । लेकिन वह लड़का दौड़कर अम्पायर के पास जाकर कहता है सोरी सर बेस्टमेन नोट आउट है । क्योंकि मैंने जब ड्राइव लगाकर केच पकड़ा तब मेरा पैर बाउन्ड्री लाइन को छू गया था ।
चूं कि कैच पकडते वक्त उसका पैर बाउन्ड्री लाइन को छू गया है यह बात इस लड़के के अलावा और किसी को पता नहीं थी । लेकिन फिर भी इस लड़के ने स्पोर्ट्समेन स्पिरीट दिखाते हुए बेस्टमेन को नोट आउट करार करवाया । मैच खत्म होते ही वह लड़का अपने पिता के साथ स्कूटर पर बैठकर घर की ओर चला । स्कूटर चलाते समय उसके पिता का ध्यान भी नहीं रहा और वे रेड सिग्नल तोडकर आगे निकल गये, लेकिन उस लड़के को यह बात ध्यान में आयी उसने अपने पिता को बताया कि हम रेड सिग्नल तोडकर आगे निकल आये हैं । उन्होंने अपना स्कूटर साइड में पार्क किया और चारों ओर ट्राफिक पुलिस को ढूंढ़ने लगे ।
उस सिग्नल पर कहीं ट्राफिक पुलिस नहीं दिखी तो वे आगे बढ़े और आगे के ट्राफिक सिग्नल पर अपना स्कूटर रोककर ट्राफिक पुलिस के पास गये । लड़के के पिताने ट्राफिक पुलिस से कहा कि इससे पहले के ट्राफिक सिग्नल पर उन्होंने सिग्नल तोड़ा है इसलिए उनसे दंड लिया जाए । उनकी बात सुनकर ट्राफिक पुलिस को आश्वर्य हुआ कि उस सिग्नल पर कोई ट्राफिक पुलिस नहीं होने पर सामने से चलकर ये लोग यहाँ दंड भरने आए हैं । उसने उनसे पूछा कि उस ट्राफिक सिग्नल पर आपको किसी ने नहीं देखा था तो आप को चले जाना चाहिए था नां ?
उस लडके कि पिता ने कहा नहीं हमको और भी कोई देख रहा था !
ट्राफिक पुलिस ने कहा..कौन देख रहा था ? अभी तो आपने कहा कि वहाँ कोई ट्राफिक पुलिस नहीं था तो फिर कौन देख रहा था ?
मेरा बेटा देख रहा था, मैं इसीलिए दंड भरने आया हूँ, अगर मैं ऐसा नहीं करता तो वह भी मुझसे ऐसा ही सिखता, हम जो करते हैं वही हमारे बच्चे हमसे सिखते हैं नां ?
फिर बाप-बेटा दंड की राशि भर के वहाँ से रवाना होते हैं ।
दोस्तों,
कहने का तात्पर्य यह है कि हम अपने और अपने आसपास के लोगों के विकास की जिम्मेदारी अच्छी और सही तरह स्वीकार करते हैं ? सही तरीके से का अर्थ है अपने व्यवहार और जवाबदेही के साथ सामनेवाले इन्सान को बात समझाने की कौशिश करना । अगर दूसरे लोग सेफ्टी के नियमों का पालन नहीं करते तो हम भी वैसा ही करेंगे ? अगर कोई शोर्टकट लेता है तो क्या हमें भी उसी राह पर चलना है ?
बहानेबाज इन्सान इसलिए गलत व्यवहार करता है क्योंकि दूसरे लोग ऐसा करते हैं जब कि जिम्मेदार इन्सान को दूसरे लोग जो करते हैं उससे कोइ लेनादेना नहीं होता, वह तो अपने अच्छे व्यवहार से दूसरों को प्रेरणा देता है । वह तो दूसरे लोगों के लिए लीडर बनकर सच्चे अर्थ में प्रेरणा देता है और सफलता प्राप्त करता है ।
ट्यूबलाइट – अगर दुनिया है खराब है तो हमें भी खराब बनने का लाइसन्स नहीं मिल जाता ।
हर महीने की १ और १५ तारीख को प्रकाशित होने वाली सेफ्टी संवाद…
प्रेषक : सुरेश प्रजापति
Specially for Tool Box Meeting (TBM)
Leave a Reply
You must be logged in to post a comment.